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AI टूल का दावा है कि आपकी सेल्फी कैंसर से बचाव का अधिक सटीक अनुमान लगा सकती है

हार्वर्ड शोधकर्ताओं द्वारा विकसित एक AI टूल, FaceAge, चेहरे की छवियों का उपयोग करके जैविक आयु (बायोलॉजिकल एज) का अनुमान लगाता है और डॉक्टरों की तुलना में कैंसर रोगियों के बचाव (सर्वाइवल आउटकम) को अधिक सटीकता से भविष्यवाणी कर सकता है।
वैज्ञानिकों ने एक नया AI टूल विकसित किया है जिसका नाम है FaceAge – यह सिर्फ़ आपके चेहरे की फोटो से आपकी जैविक आयु (बायोलॉजिकल एज) का अनुमान लगाता है, जो शरीर की वास्तविक “उम्र” दर्शाती है। कैसे काम करता है? FaceAge एक डीप लर्निंग सिस्टम है जो चेहरे की बारीकियों (जैसे झुर्रियाँ, त्वचा की गुणवत्ता, मांसपेशियों का ढीलापन) का विश्लेषण करके शरीर की आंतरिक उम्र बताता है। अध्ययन के निष्कर्ष: हाल ही में The Lancet Digital Health में प्रकाशित इस शोध के अनुसार, FaceAge: उम्र का पारंपरिक गणना (जन्मतिथि) से अधिक सटीक आकलन करता है। कैंसर रोगियों के बचाव की संभावना (सर्वाइवल चांस) का अनुमान डॉक्टरों की तुलना में बेहतर ढंग से लगा सकता है। क्यों मायने रखता है? जैविक आयु जीवनशैली, बीमारियों और पर्यावरण के प्रभाव को दर्शाती है। इससे चिकित्सकों को मरीज़ों का उपचार और देखभाल प्लान बनाने में मदद मिल सकती है।
FaceAge, हार्वर्ड मेडिकल स्कूल और सहयोगी शोधकर्ताओं द्वारा विकसित एक डीप लर्निंग सिस्टम है, जो साधारण चेहरे की तस्वीरों का विश्लेषण करके व्यक्ति की जैविक आयु (बायोलॉजिकल एज) का अनुमान लगाता है। यह उनकी वास्तविक (कालानुक्रमिक) उम्र से अलग हो सकती है। पारंपरिक उम्र के विपरीत, जैविक आयु शरीर पर पड़ने वाले प्रभावों को दर्शाती है, जैसे: आनुवंशिकता (जेनेटिक्स) जीवनशैली (लाइफस्टाइल) बीमारियाँ पर्यावरणीय कारण यह शरीर की “टूट-फूट” (wear-and-tear) को मापती है, जो स्वास्थ्य और जीवन प्रत्याशा का अधिक सटीक संकेत दे सकती है।
FaceAge: कैंसर रोगियों के बचाव की भविष्यवाणी में क्रांतिकारी AI नए शोध के अनुसार, तीन प्रमुख कैंसर रोगी समूहों में FaceAge (एक चेहरे का विश्लेषण करने वाला AI) रोगियों के बचाव (सर्वाइवल) को उम्र या डॉक्टरों के नैदानिक आकलन से भी बेहतर ढंग से भांप सकता है: क्यूरेटिव केयर वाले मरीज़ (जिनका इलाज चल रहा है, विशेषकर रेडिएशन थेरेपी से) यहाँ, FaceAge का उच्च स्कोर मरीज़ों के खराब सर्वाइवल आउटकम से जुड़ा था। थोरैसिक कैंसर वाले मरीज़ (सीने के क्षेत्र के कैंसर, जैसे फेफड़े का कैंसर) FaceAge ने पारंपरिक उम्र (कालानुक्रमिक आयु) को पीछे छोड़ते हुए अधिक सटीक भविष्यवाणी की। पैलिएटिव केयर वाले मरीज़ (अड्वांस्ड स्टेज कैंसर, जहाँ इलाज लक्षणों को कम करने पर केंद्रित होता है) FaceAge ने मौजूदा क्लिनिकल मॉडल्स (जैसे TEACCH मॉडल) के साथ मिलकर सर्वाइवल अनुमानों को और बेहतर बनाया।

FaceAge: असली उम्र और स्वास्थ्य की उम्र का अंतर पकड़ने वाला AI
कालानुक्रमिक उम्र (Chronological Age) हमेशा किसी व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति या कमज़ोरी को नहीं दर्शाती। उदाहरण के लिए:

एक 65 वर्षीय व्यक्ति जो नियमित व्यायाम करता है और अच्छा खाता है, उसका शरीर एक युवा व्यक्ति जैसा स्वस्थ हो सकता है।

जबकि एक 28 वर्षीय जो धूम्रपान करता है और अस्वस्थ आहार लेता है, उसकी शारीरिक उम्र वास्तविक उम्र से अधिक हो सकती है।

FaceAge इसी अंतर को पाटता है—यह चेहरे पर मौजूद ऐसे बायोलॉजिकल एजिंग संकेतों को पकड़ता है, जो नंगी आँखों से दिखाई नहीं देते।

अध्ययन के प्रमुख निष्कर्ष:
कैंसर रोगियों की उम्र का अंतर:

शोध में पाया गया कि कैंसर मरीज़ों का चेहरा उनकी वास्तविक उम्र से औसतन 5 साल अधिक बूढ़ा दिखाई देता था।

यह फेसियल एज गैप (Facial Age Gap) उनके खराब सर्वाइवल आउटकम से जुड़ा था।

सेनेसेंस जीन्स से संबंध:

FaceAge की गणना सेनेसेंस जीन्स (Senescence Genes) के साथ जुड़ी पाई गई—ये वे जीन हैं जो कोशिकाओं की बूढ़ापे की प्रक्रिया (Cellular Senescence) और कैंसर के विकास में भूमिका निभाते हैं।

दिलचस्प बात यह है कि कालानुक्रमिक उम्र का इससे कोई संबंध नहीं था।

क्लिनिकल महत्व:
FaceAge, डॉक्टरों को कैंसर रोगियों के जोखिम स्तर को बेहतर ढंग से समझने में मदद कर सकता है।

यह पर्सनलाइज़्ड ट्रीटमेंट की दिशा में एक बड़ा कदम है—खासकर उन मरीज़ों के लिए जिनकी शारीरिक उम्र उनकी कैलेंडर उम्र से अलग है।

सरल शब्दों में:

अगर आपका चेहरा आपकी असली उम्र से ज़्यादा बूढ़ा दिखता है, तो यह आपके शरीर के अंदर की “टूट-फूट” का संकेत हो सकता है—खासकर कैंसर जैसी बीमारियों में।

FaceAge जैसे AI टूल्स इसी “अदृश्य उम्र” को मापकर बीमारी के परिणामों की सटीक भविष्यवाणी करने में मदद करते हैं।

भविष्य की संभावना:
इस तकनीक से न सिर्फ़ कैंसर, बल्कि हृदय रोग, मधुमेह और अन्य उम्र संबंधी बीमारियों के प्रबंधन में भी मदद मिल सकती है।

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